इज़त एक गहना
कुछ दिनों पहले मेरी सहेली रात को आठ बजे अपने घर जा रही थी कि रास्ते में एक लड़के ने उसके साथ नीच हरकत की ,जिसके कारण उसके दिल में एक डर सा बैठ गया है जो एक कीडे की तरह दिल और दिमाग में बस ही गया है ! ऐसी हरकते मैंने दिल्ली ,मुंबई .नॉएडा जैसे बड़े शेहरो में तो आम सुनी था पर आज पटियाला जैसे छोटे शहर में हुई तो थोड़ा अचमबित सा लगा !
एक अंजन व्यक्ति ने तो उसकी मदद कर दी, पर सोचने वाली बात तो यह है कि हमारे देश में ऐसी कितनी ही लड़किया होगी जो ऐसी हरकतों का शिकार होती होगी और उन्हें बचाने वाला कोई नहीं होता होगा ! पता नहीं ऐसी हरकते करके ऐसे लोगो को क्या मिलता है ?? जब इन्ही लोगो को विवाह करना होता है तो उन्हें सती सावित्री लड़की की तलाश होती है ! जिनकी इजत को वो दाग लगा देते है उन्हें वे एक" टाइम पास" समझते है ! और हमारा समाज भी ऐसा है की उन लड़को की जगह लड़कियों को गलत नजरिये से देखता है ! कहा का न्याय है ये ????
उस लड़की में अब इतना डर बैठ गया है कि उसने अब शाम में भी निकलना बंद कर दिया है !अब ये कह सकते है कि एक लड़की का जीवन कही भी सुरक्षित नहीं है चाहे वो बड़ा शहर हो या छोटा !!
एक लड़की,एक औरत के जीवन में उसकी इजत एक गहना होती है जब लोगो कि नजरो में तो आएगी ही पर एक डर भी होगा कि कही वो गहना कोई लुट के न ले जाये !
ईशा मल्होत्रा
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